हिंडनबर्ग रिसर्च की 24 जनवरी को आई एक रिपोर्ट में समूह के खातों में धोखाधड़ी और शेयर कीमतों में हेराफेरी के आरोप लगाए गए थे. इसके बाद समूह की कंपनियों को लेकर निवेशकों के बीच खलबली मच गई.